
शराब पर भारी-भरकम कोरोना सेस लगने के बावजूद लोगों की दीवानगी में कोई कमी नजर नहीं आई। बुधवार को भी शराब की कई दुकानों के बाहर एक-दो किलोमीटर लंबी लाइन दिखी।
इस बीच दिल्ली सरकार ने सूची जारी कर दिल्ली में 172 ठेकों को ही खोलने की मंजूरी दी है। बुधवार को लक्ष्मी नगर, विश्वास नगर, कृष्णानगर समेत कई जगहों पर शराब की दुकानें बंद रहीं। सुबह से लाइन में लगे लोग निराश होकर घर लौट गए।
उधर, कल्याणपुरी, संतनगर, मालरोड, आजादपुर समेत 172 दुकानें के बाहर लाइन में लगे लोग सामाजिक दूरी का पालन करते नहीं दिखें। दुकानों के बाहर गोले बनाए गए थे लेकिन यह इंतजाम बेकार साबित हुए। इस वजह से कुछ जगहों पर पुलिस ने हलका बल प्रयोग किया। भाजपा ने की ऑनलाइन शराब बेचने की मांग
प्रदेश भाजपा ने दिल्ली सरकार से ऑनलाइन शराब की बिक्री की मांग की है। पार्टी का कहना है कि सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए ऑनलाइन बिक्री बेहद जरूरी है। साथ ही इससे शराब की तस्करी पर भी रोक लगेगी।
विधानसभा नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते सरकार को यह सुझाव दिया है कि वह एक विशेष वेबसाइट बनाकर शराब की होम डिलीवरी शुरू कराए। बिधूड़ी ने पड़ोसी हरियाणा और उत्तर प्रदेश से शराब की तस्करी की आशंका जताते हुए दिल्ली सरकार से शराब की बढ़ी हुई कीमतों को वापस लेने की मांग भी की है।
दुकानें खुलने के विरोध में याचिका
लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में शराब की दुकानें खुलने के विरोध में दिल्ली हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका में कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें खुलने से सामाजिक दूरी के नियम की धज्जियां उड़ रही हैं। यह याचिका गैर सरकारी संस्था सिविल सेफ्टी काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से दायर की गई है।
याचिका में कोर्ट बताया गया कि दिल्ली के रेड जोन वाले इलाकों में भी शराब की दुकानें खुलने से संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है। शराब की दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ने से लॉकडाउन का पालन नहीं हो रहा है।